महर्षि टाइम्स
बलिया। भारतीय रिजर्व बैंक की पहल पर जिले में एन्क्लेम्ड एसेट्स,अर्थात ऐसे बैंक खाते जिनका संचालन पिछले दस वर्षों से नहीं हुआ है—के त्वरित और सुगम निपटान के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक का आयोजन अग्रणी बैंक सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा किया गया । जिसमें जनपद के बैंकर्स एवं अनेक ग्राहक उपस्थित रहे।
बैठक में बैंक प्रतिनिधियों ने विभिन्न बैंकों में वर्षों से लंबित पड़े एन्क्लेम्ड डिपॉजिट्स की जानकारी दी और इनके निपटान की सरल प्रक्रिया से प्रतिभागियों को अवगत कराया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारतीय रिजर्व बैंक के एलडीओ दिशांत चंद्रायन ने बताया कि खाताधारकों को उनके निष्क्रिय या अघोषित खातों की जानकारी उपलब्ध कराना तथा उन खातों की राशि सुरक्षित तरीके से वापस दिलाना प्राथमिक लक्ष्य है। उन्होंने ग्राहकों को समय-समय पर अपने खातों का अद्यतन कराने की अपील भी की।
जिला अग्रणी प्रबंधक सुशील कुमार ने कहा कि इस पहल से वित्तीय पारदर्शिता को बढ़ावा मिलेगा और आम जनता अपने अधिकारों को लेकर अधिक जागरूक होगी। उन्होंने उद्गम पोर्टल के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी, जिसके माध्यम से निष्क्रिय खातों की जानकारी और दावा प्रक्रिया को सरल बनाया जा रहा है। शिविर में जिला शहरी विकास अभिकरण के अधिकारी विनय गौतम ने प्रधानमंत्री स्व निधि योजना एवं विनोद सिंह ने प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी| शिविर में आदावी खातों के निस्तारित लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गए तथा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक द्वारा प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के क्लेम से संबंधित दो लाख रूपये का चेक श्रीमती रीता यादव को प्रदान किया गया|
बैठक में प्रमुख रूप से नाबार्ड के डीडीएम मोहित यादव, नीरज सिंह, संजय सिंह, राकेश पाठक, सूरज सिंह, अखिलेश सिंह सहित विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधक उपस्थित रहे।
