व्यापार कल्याण समिति, रसड़ा ने कैबिनेट मंत्री "संजय निषाद" को पद से बर्खास्तगी हेतु राज्यपाल को उपजिलाधिकारी के माध्यम से भेजा पत्रक।
लल्लन बाग़ी
रसड़ा (बलिया) प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री "संजय निषाद" द्वारा बांसडीह में दिये गये सम्बोधन में "बलिया के लोगों को अंग्रेजों का दलाल" कहे जाने के विरुद्ध प्रदेश की महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित पत्रक उपजिलाधिकारी रसड़ा के माध्यम से प्रेषित कर प्रदेश मंत्रिमंडल से बर्खास्त किये जाने की मांग की है। संरक्षक सुरेश चन्द के नेतृत्व में दिये गये पत्रक में उल्लेखित किया गया है कि बलिया की धरती बागियों की धरती है जहां 1857 में विद्रोह के नायक मंगल पांडे, 1942 के असहयोग आंदोलन में 1942 में बलिया को आजाद कराने वाले प्रथम कलेक्टर चित्तू पांडे रहे। सम्पूर्ण क्रांति के लोकनायक जयप्रकाश नारायण, पूर्व प्रधानमंत्री श्री चंद्रशेखर, छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र, पंडित हजारी प्रसाद द्विवेदी, केदारनाथ सिंह, कथाकार अमरकांत, गणितज्ञ गणेश प्रसाद, मुरली मनोहर सहित अनेकों स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं अन्य बहुतेरे विभूतियो ने बलिया की धरती पर जन्म लिया। उपाध्यक्ष जहीर इराकी ने कहा कि बलिया पुरातन काल से बागी रहा है। मंत्री का यह बयान उनके मानसिक दिवालिये पन द्योतक है जिसकी जितनी भी निंदा और भत्सर्ना की जाए कम है। कार्यवाहक अध्यक्ष गोपाल जी ने कहा की बलिया की धरती महर्षि भृगु मुनि और दर्दर मुनि की धरती है। राजा बलि के नाम पर इसका नाम बलिया पड़ा। ऐसे बलिया का अपमान असह्य है। अखिलेश सैनी (मिडीया प्रभारी), मुख्तार अहमद(अध्यक्ष, फल एवं सब्जी व्यापार मंडल) आशुतोष सोनी आदि साथ रहे।
