रजनीश श्रीवास्तव
सिकंदरपुर (बलिया)। सिकंदरपुर में तैनात ट्रैफिक इंस्पेक्टर रुद्र प्रताप मल्ल पर गरीब ठेला और रिक्शा चालकों से अवैध वसूली एवं मनमाने चालान करने का गंभीर आरोप लगाया गया है। बुधवार को भाजपा नेता डॉ. उमेश चंद्र के नेतृत्व में ठेला-रिक्शा चालकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने उपजिलाधिकारी सिकंदरपुर को ज्ञापन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच और दोषी अधिकारी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन में चालकों ने आरोप लगाया कि वे दिन-रात मेहनत करके बमुश्किल 50 से 100 रुपये कमा पाते हैं। इसी आमदनी से परिवार का भरण-पोषण होता है, लेकिन ट्रैफिक इंस्पेक्टर द्वारा 10 हजार से 20 हजार रुपये तक का मनमाना चालान कर दिया जाता है। कई बार रिक्शा और ठेला जब्त कर थाने में खड़ा कर दिया जाता है, जिससे उनकी रोज़ी-रोटी पर संकट आ जाता है। मजदूर वर्ग का कहना है कि यह कार्रवाई न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि गरीबों के पेट पर लात मारने जैसी है। चालकों ने कहा कि इन परिस्थितियों में वे काम करने से भी डरते हैं। जहां एक तरफ सरकार गरीबों को योजनाओं के जरिए सहूलियत और रोजगार देने की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ विभागीय अधिकारी गरीबों का शोषण कर रहे हैं। इससे मेहनतकश वर्ग हताश और आक्रोशित है। भाजपा नेता डॉ. उमेश चंद्र ने ज्ञापन के दौरान कहा कि गरीबों की गाढ़े पसीने की कमाई पर डाका डालना असहनीय है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि इस मामले की शीघ्र जांच कर दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो भाजपा कार्यकर्ता आंदोलनात्मक कदम उठाने को मजबूर होंगे।उपजिलाधिकारी ने ज्ञापन प्राप्त कर प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि मामले की जांच कराई जाएगी और सत्यता मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि गरीबों के साथ अन्याय किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ज्ञापन सौंपने वालों में मौ. मजीब, शिवजी, सद्दाम, इश्तियाक, राजू, ठाकुर भाई, अनिल, चंदन, अब्दुल्ला, असलम, अफजल, जावेद, वसीम, फिरोज, शफीक, सुभान, इम्तियाज, अयूब, फरीद, गफ्फार, रिजवान सहित बड़ी संख्या में रिक्शा और ठेला चालक मौजूद रहे।

