सिकंदरपुर बलिया। थाना सिकंदरपुर क्षेत्र में सोशल मीडिया पर एक संवेदनशील घटना को लेकर की गई अभद्र टिप्पणी के मामले में दो व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने इन व्यक्तियों पर शांति व्यवस्था भंग करने और भ्रामक सूचना प्रसारित करने के आरोप लगाए हैं।
**मामले का विवरण**
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के निवासी राजकुमार जायसवाल और नगरा निवासी पत्रकार रोशन के खिलाफ स्थानीय पुलिस ने कानूनी कार्रवाई की है। आरोपियों पर नगरा थाना क्षेत्र के सरया गुलाबराय निवासी पूजा चौहान की मृत्यु को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो प्रसारित करने का आरोप है। इस वीडियो में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई थीं।
**पुलिस की कार्रवाई**
पुलिस के अनुसार, इस वीडियो के माध्यम से मुख्यमंत्री के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया, जिससे क्षेत्र में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। जब पुलिस ने मौके पर जाकर मामले को शांत कराने का प्रयास किया, तब आरोपी राजकुमार जायसवाल ने अपने बयान पर कायम रहते हुए पुलिस के निर्देशों की अवहेलना की और उत्तेजक बयानबाजी जारी रखी।
**सामाजिक प्रभाव**
ईद-उल-फितर के दिन इस घटना के सामने आने से साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति बनने लगी। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस वीडियो से एक विशेष वर्ग में खुशी की लहर थी, जबकि हिंदू समुदाय में आक्रोश व्याप्त हो गया। ऐसे में माहौल को बिगड़ने से बचाने के लिए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया।
**एफआईआर का विवरण **
थाना सिकंदरपुर के प्रभारी निरीक्षक विकास चंद्र पांडेय ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए उपनिरीक्षक ज्ञान प्रकाश तिवारी की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर लेखन की प्रक्रिया कांस्टेबल मुं. महेंद्र सैनी द्वारा पूरी की गई।
**पुलिस की अपील**
पुलिस प्रशासन ने नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि किसी भी प्रकार की भ्रामक या भड़काऊ सूचना फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने जनता से अनुरोध किया है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें।
**निष्कर्ष**
मामले की जांच जारी है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने चेतावनी दी है कि सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की असत्य या उत्तेजक सामग्री पोस्ट करने पर कड़ी सजा का प्रावधान है।
समाज में शांति बनाए रखने के लिए नागरिकों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी पुलिस को देने की सलाह दी गई है।
