फाइल फोटो मृतक रंजीत सिंह
महर्षि टाइम्स
चितबड़ागांव बलिया । थाना क्षेत्र के ग्राम नगपुरा, पोस्ट टीकादेवरी में बीते 24 नवंबर की रात मारपीट की घटना में घायल युवक की मंगलवार को उपचार के दौरान मौत हो गई। इस घटना से पूरे क्षेत्र में शोक के साथ-साथ पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रारंभिक स्तर पर पुलिस आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करती तो शायद स्थिति यहां तक नहीं पहुंचती।जानकारी के अनुसार रात करीब 9 बजे चार नामजद युवक जमकर मारपीट की। विरोध करने पर परिजनों को जान से मारने की धमकी दी गई। गंभीर रूप से घायल रंजीत सिंह को पहले जिला अस्पताल ले जाया गया, फिर मऊ स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मंगलवार को शव गांव पहुंचने पर कोहराम मच गया।
इस मामले में 27 नवंबर को रंजीत की माता की तहरीर पर चितबड़ागांव थाने में सचिन पुत्र मुन्ना राजभर, सूरज पुत्र फूलचंद राजभर, राजन पुत्र रमेश राजभर एवं रोहित पुत्र गोपाल राजभर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने सुसंगत धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी थी, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी और ठोस कार्रवाई न होने से ग्रामीण आक्रोशित हैं।
घटना के संबंध में क्षेत्राधिकारी सदर राकेश कुमार सिंह ने बताया कि 27 नवंबर को ही मुकदमा दर्ज हो चुका था। आज घायल युवक की मौत की सूचना मिली है, जिस पर परिजनों की तहरीर के आधार पर हत्या सहित सुसंगत धाराओं में नई प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की सुस्ती और लापरवाही ने स्थिति को गंभीर बना दिया। तीन दिन तक आरोपियों पर कोई ठोस कार्रवाई न होने, न गिरफ्तारी होने और न ही पुलिस की सक्रियता दिखने से अब क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को लेकर आक्रोश बढ़ गया है। लोगों की मांग है कि आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए और पुलिस विभाग इस मामले में अपनी भूमिका स्पष्ट करे।ग्रामीणों ने चेताया है कि यदि कार्रवाई में देरी हुई तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। पुलिस प्रशासन जांच में जुटी।






