ब्यूरो प्रदीप कुमार पाण्डेय।
गाजीपुर । जनपद में इस वर्ष भी लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा पूरे धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया गया। जिले के 27 थानों अन्तर्गत स्थित घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई, जो पर्व की धार्मिक महत्ता और जनसमूह के उल्लास को दर्शाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में श्रद्धालु महिलाओं ने तालाबों और पोखरों के किनारे छठ पूजा की, जबकि नगर क्षेत्र में गंगा घाटों पर पूजा का आयोजन हुआ।
गुरुवार को व्रति महिला श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देकर अपने परिवार और समाज की सुख-समृद्धि की कामना की। शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ पूजा का समापन हुआ। इस मौके पर श्रद्धालु अपनी भक्ति और आस्था के साथ सूर्य देव की पूजा करते हुए उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए बड़ी संख्या में घाटों पर पहुंचे।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनज़र कड़े प्रबंध किए थे। घाटों पर बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई थी, वहीं पर्याप्त विद्युत व्यवस्था और सुरक्षा प्रबंधों के तहत गोताखोर और नावें तैनात की गईं। इसके अलावा, पुलिस और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी लगातार घाटों पर तैनात रहे ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।
महादेवा घाट पर विशेष रूप से आकर्षक दृश्य देखने को मिला, जहां प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी सूर्य देव की प्रतिमा पोखरे के बीच स्थापित की गई थी। महिलाओं ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर सूर्य देव की पूजा की और उनके आशीर्वाद से अपने परिवार के कल्याण की कामना की।
हरिहरपुर घाट, बच्छलपुर घाट और महादेवा घाट पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ बहुत अधिक थी, और प्रशासन ने इन जगहों पर अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम किए थे। इस तरह छठ पूजा का महापर्व श्रद्धा, भक्ति और अनुशासन के साथ धूमधाम से संपन्न हुआ और जिले के लोगों ने एकता और सामूहिकता की भावना को और मजबूत किया।



