रिपोर्ट ओमप्रकाश वर्मा
नगरा(बलिया)। छठ महापर्व के षष्ठी के दिन अपराह्न के समय महिला पुरुष बच्चे सज धज कर नये परिधान पहनकर जलाशयों पर पहुंचने लगे थे।परिवार के लोग मन्नत मंशा के अनुसार बाजे गाजे के साथ ताल पोखरों जलाशयों के घाट पर बने अपने
अपने बेदी पर फल पकवान से भरे दौरा टोकरी में पूजन सामग्री दीप प्रज्वलित कर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य देने के पश्चात अपने गन्तव्य को चले गये फिर सुबह के समय घाटों पर आगमन के लिए घरपर रात्रिकालीन पूजन में कोसी भराई व पूजन करने लगे। नगर पंचायत के पंचफेडवा पोखरा, सिकन्दर पुर मार्ग के काली स्थान, प्राचीन दुर्गा मन्दिर, चचयां, भण्डारी, मनकही, सरायचावट, ब्राह्मणपुरा, जजला, तिलकारी, बलुआं सहित क्षेत्र के गोठवाल, डिहवा, नरही, ढेकवारी, कोठियां,विशुनपुरा, मालीपुर,भीमपुरा, सलेमपुर, मलप आदि गांवों में छठ पुजा विधि विधान से मनाया जा रहा है।






